रात बहूत लम्बी
है माना किन्तू
सुबह कि आस
तो है।
निपट अकेले
संघर्षो से
हिम्मत अपने
साथ तो है
पग -पग में
बाधा घेरे
निश्चय विजय
तेरे साथ ही है
स्वयं समर्पित
कर जीवन को
देख सुबह तेरे
साथ ही है।
@copyright
आराधना
मेरी कथाओं के संसार में आप का स्वागत है। लेखिका द्वारा स्वरचित कविताएँ है इन के साथ छेड़खानी दंडनीय अपराध माना जाएगा । This is a original work of author copy of work will be punishable offense.
Comments