निज पर तू ही मान कर
औरस का सम्मान कर।
ना स्वयं पर अभिमान कर
ना स्वयं का अपमान कर।
वीरता से धीरता का शौर्य का
एक नया तू भी इतिहास रच।
तुझ में बल है सबल हो तुम
प्रबलता का तू ये दान कर।
कोई बुझा दीपक जला कर
तू किसी तम से फिर लड़।
उद्धार कर, अपना तू नारी
स्वयम को साकार तू कर
तुझ में बल है सबल हो तुम
प्रबलता का तू ये दान कर।
कोई बुझा दीपक जला कर
तू किसी तम से फिर लड़।
उद्धार कर, अपना तू नारी
स्वयम को साकार तू कर
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