साभार गूगल। । .............
बसेरा
-----------------------------------------
बारिशों में घर की छत टपकती रही
साथ मेरे यूँ पूरा समंदर रहा
-----------------------------------------
बारिशों में घर की छत टपकती रही
साथ मेरे यूँ पूरा समंदर रहा
आशिया प्यार का था बताते भी क्या
मेरे घर में राहतों का बसेरा रहा
मेरे घर में राहतों का बसेरा रहा
ना मालूम कैसे वो हालत थे
जिन मैं आदमी 'अरु' मर के भी जी गया
जिन मैं आदमी 'अरु' मर के भी जी गया
आराधना राय "अरु "
Rai Aradhana ©
Rai Aradhana ©
Comments